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शारदा देवी चेरिटेबल ट्रस्ट बीकानेर द्वारा 7 जरूरतमंद कन्याओ का विवाह हुआ सम्पन्न

sharda devi charitable trust

बीकानेर, 13 दिसम्बर , शारदा देवी चेरिटेबल ट्रस्ट, गंगाशहर, बीकानेर, के तत्वावधान में समाज सेवी जयपुर के अनिल अग्रवाल, श्री कृृष्ण सेवा संस्थान के प्ररेणा से सोमवार को रानी बाजार के मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार भवन में वैदिक मंत्रोच्चारण से शास्त्रोक्त विधि से सामूहिक विवाह हुआ। सभी 7 जोड़ों में 5 मध्य प्रदेश श्योपुर, विजयपुर जिले के विभिन्न गांव व ढाण्यिों के व दो राजस्थान के करौली जिले सामान्य परिवार के वर-वधु थे। विवाह से पूर्व भवन के आस पास के क्षेत्रों में गाजे बाजे से बारात निकाली गई। बारात में बाहर से आएं वर-वधु पक्ष के लोगों के साथ आयोजन से जुड़ें परिवार की महिलाओं ने गीतों की बानगी बिखेरी तथा नृृत्य कर विवाहोंत्सव का आनंद लिया। वहीं विदाई के वक्त ’’कोयल बाई’’ आदि बीकानेरी पारम्परिक गीत गाए गए।

  विधायक सुश्री सिद्धि कुमारी ने विवाह स्थल पर पहुंचकर नव दम्पतियों के मंगलमय जीवन की कामना की । उन्होंने कहा कि नव दम्पति सामाजिक बुराइयों व दहेज जैसी कुरीतियों से बचाये तथा अपना वैवाहिक जीवन सुखमय व प्रेम के साथ व्यतीत करें। शिवबाड़ी के लालेश्वर महादेव मंदिर के अधिष्ठाता स्वामी विमर्शानंद गिरि ने कहा कि किसी जरूरत मंद की सेवा व सहयोग से पुण्य मिलता है। उन्होंने मंदिर ट्रस्ट की ओर से नव विवाह दम्पतियों का शाॅल ओढ़ाकर आशीर्वाद दिया। अनेक सामाजिक एवं स्वयं सेवी संगठनों के प्रतिनिधियों व स्वर्णकार और अन्य समाज व बिरादरी की महिलाओं ने भी विवाह स्थल पर पहुंचकर दुल्हनों को उपहार के साथ आशीर्वाद दिया। सभी ने बीकानेर के भामाशाह देवचंद लावट , उनकी पत्नी श्रीमती शारदा देवी, उनके पुत्र समाज सेवी मनोज लावट, कमल किशोर, संजय कुमार, विनोद कुमार तथा श्री कृृष्ण सेवा संस्थान के अध्यक्ष समाज सेवी श्याम सुन्दर धुपड़ और जयपुर के अनिल अग्रवाल के सामूहिक प्रयास से किए गए पुण्यशाली कार्य की प्रशंसा की ।

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         सामूहिक विवाह के विदाई समारोह में केन्द्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने संदेश के माध्यम से आयोजन करने वाले देवचंद उनकी पत्नी और पुत्रों स्वर्णकार समाज के सेवा भावी नागरिकों का इस पुनीत कार्य के सफल आयोजल पर बधाई दी। रवि शेखर मेघवाल ने अपने परिवार की ओर से हर साल करवाएं जाने वाले सामूहिक विवाह के बारे में बताया। सामूहिक विवाह के मुख्य आयोजक देवचंद लावट, मांगीलाल लावट, बालिका मुस्कान, राधिका, अनुष्का व प्रिया, सामाजिक कार्यकर्ता अनिल अग्रवाल आदि ने शुभकामनाएं दी। मीडियाकर्मी ज्योति प्रकाश रंगा ने बीकानेर के पुष्करणा समाज के सामूहिक विवाह की तीन शताब्दी से अधिक प्राचीन सांस्कृृतिक परम्परा से अवगत करवाया। इस अवसर पर रंगा का साफा पहनाकर सम्मान किया गया। वर वधु को बैंक ऑफ़ बड़ौदा के पूर्व महाप्रबधक आर.के.सोनी, पी.सी.सोनी, पवन तोषावड़, विनोद लावट, बच्छराज व जगदीश तोषावड़, भाजपा युवा मोर्चा देहात अध्यक्ष जसराज सींवर, डाॅ. अबरार पंवार, गंगाशहर भाजपा महिला मंडल अध्यक्ष व पार्षद सुमन छाजेड़, भाजपा नेता भानु आनंद, मीना लखोटिया, मनीषा जोशी, उपासना बडेर, पुखराज सोनी, श्रीनारायण मौसूण, मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार भवन ट्रस्ट के ट्रस्टियों, समाज सेवी विजय राज डांवर, बद्री नारायण डांवर, हनुमान कड़ेल, गणेश सहदेवड़ा, स्वर्णकार युवा समाज के श्रवण कूकरा, कमल गहलोत आदि ने नव दम्पतियों को आशीर्वाद दिया।

ये दिए गए उपहार-नव दम्पतियों को शारदा देवी चेरिटेबल ट्रस्ट की ओर से 35 तरह की घरेलू उपयोग की वस्तुओं में पलंग, अलमारी, फ्रीज कूलर, एल.ई.डी.टी.वी., संदूक, सिलाई मशीन, रजाई, अटैची, श्रृृंगार सामान, 111 बर्तन, पंखा, सूट, चट्टाई, घड़ी, लहंगा ओढ़नी, 32 साड़ी, लहंगा चुनड़ी, शूट, ओढ़न, पेंट शर्ट के कपड़े आदि सामान के साथ गहनों में मंगल सूत्र, नथ, 4 चूड़ी मांग टीका, अंगूठी वर-वधु, चांदी की पायल, बिछिया, चांदी की गाय, लेडिज कड़ा व ज्वैलरी सेट आदि सामग्री दी गई। इस अवसर पर श्रीमती शारदा देवी धर्म पत्नी देवचंद लावट सोनी ने वर वधु को आशीर्वाद देते हुए कहा कि उनके कोई पुत्री नहीं थीं। उन्होंने बिना माता पिता, भाई की 7 व अन्य गरीब अनुसूचित जाति, जनजाति जाटव, बैरवा, बाथम (मछुवारे) आदि की शादिया करवाकर गंगा स्नान से अधिक पुण्य प्राप्त कर लिया है। श्याम प्रभु की असीम कृपा से बीकानेर के स्वर्णकार समाज व मेरे परिजनों के असीम सहयोग से ही यह कन्या विवाह का पुण्य यज्ञ कर पाएं है।

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बीकानेर की मेहमानबाजी से कायल है-
सामूहिक विवाह में आए 57 साल के करौली के राम स्वरूप, वृृद्ध शिवराम ने कहा कि उन्होंने बीकानेर जैसी मेहमानबाजी कहीं नहीं देखी। यहां की मेहमानबाजी, लोगों की आत्मीयता, सहयोग व निष्काम सेवा की भावना स्वादिष्ट पकवानों से वे इस मरुनगर के कायल हो गए। उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा की बिन मां बाप की इन कन्याओं का इस तरह शाही ठाठ से विवाह हो जाएगा। उन्होंने विवाह के आयोजन में परोक्ष-अपरोक्ष रूप् से कार्य करने वाले सभी लोगों के सेवा के जज्बें को भी सलाम किया। उन्होंने कहा कि उन्होंने देशनोक के करणीमाता मंदिर में भी पहली बार दर्शन किए। चूहों वाली इस देवी की मेहरबानी सदा बनी रहे इसकी प्रार्थना की ।

 

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