
- आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक और एचडीएफसी रोल आउट कर सकते हैं
- पहले चरण में एसबीआई नहीं करेगा रोल आउट, कुछ समय तक करेगा इंतजार
इंस्टेंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म वॉट्सऐप भारत में अपने पेमेंट ऑफर के साथ लाइव जाने के लिए तैयार है। निजी क्षेत्र के तीन बैंक -आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक और एचडीएफसी बैंक उत्पाद को रोल आउट करने के लिए तैयार भी हैं।
आईसीआईसीआई बैंक के साथ बीटा टेस्टिंग पहले ही शुरू की गई थी
जानकारी के मुताबिक देश का सबसे बड़ा बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीाई) पहले चरण में लाइव नहीं जा रहा है। चारों बैंकों में वॉट्सऐप के साथ एकीकरण की प्रक्रिया चल रही थी। फेसबुक की कंपनी वॉट्सऐप ने आईसीआईसीआई बैंक के साथ बीटा टेस्टिंग पहले ही शुरू किया था। वॉट्सऐप के प्रवक्ता के मुताबिक हम सरकार के साथ काम करना जारी रख रहे हैं, ताकि हम अपने सभी यूज़र्स को वॉट्सऐप पर भुगतान करने की पहुंच प्रदान कर सकें।
वॉट्सऐप पर भुगतान से डिजिटल पेमेंट में आएगी तेजी
वॉट्सऐप के प्रवक्ता ने बताया कि वॉट्सऐप पर भुगतान से डिजिटल पेमेंट में तेजी लाने में मदद मिलेगी। यह कोविड-19 के दौरान ज्यादा महत्वपूर्ण है। क्योंकि यह भारत में हमारे 40 करोड़ यूज़र्स के लिए लेन-देन करने का एक सुरक्षित तरीका है। एसबीआई ने इस बाबत अपनी प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया। बैंकर्स ने बताया कि आरबीआई से ऑपरेशन की मंजूरी मिलने में देरी के कारण सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक वॉट्सऐप के साथ इंटीग्रेशन को धीमा कर सकते थे।
गूगल पे पहले से ही चार बैंकों के साथ कर रहा है काम
एनपीसीआई ने यूपीआई थर्ड पार्टी के प्लेयर्स से आग्रह किया था कि वे मल्टी-पार्टी मॉडल में चले जाएं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि लेन-देन किसी विशिष्ट बैंक की प्रणालियों को रोकें नहीं और उच्च सफलता दरों को बनाए रखा जा सके। गौरतलब है कि गूगल पे भी उपरोक्त चार बैंकों के साथ संचालित होता है। वॉट्सऐप ने फरवरी 2018 में नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया से मंजूरी के साथ अपने पेमेंट्स प्रॉडक्ट की प्रतिबंधित टेस्टिंग शुरू की थी। यह पिछले दो वर्षों में उस चरण में बना रहा, क्योंकि कंपनी को कई कानूनी और रेगुलेटरी बाधाओं का सामना करना पड़ा।
मई के अंत तक पेमेंट रोलआउट का काम हो सकता है शुरू
एक बैंकर ने कहा कि यह आरबीआई के डेटा लोकलाईजेशन के दिशा-निर्देशों का पालन करने पर काम कर रहा है। मई के अंत तक पेमेंट रोल आउट का काम शुरु हो जाना चाहिए। एसबीआई के बाद अन्य तीन बैंकों इस कड़ी में शामिल हो सकते हैं।
भारत में वॉट्सऐप के 40 करोड़ यूजर्स हैं
वॉट्सऐप ने अपने साथ काम कर रहे तीनों बैंकों के संबंध में अपनी प्राइवेसी सेटिंग भी अपडेट की है। मौजूदा फॉर्म में वॉट्सऐप, बैंक खातों के बीच यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस आधारित डिजिटल ट्रांजैक्शन की पेशकश करेगा। लेकिन पेमेंट प्रोडक्ट उपभोक्ताओं के बीच चरणबद्ध तरीके से जारी किया जाएगा। वॉट्सऐप के भारत में 40 करोड़ यूजर्स हैं। बैंकों को ट्रांजैक्शन वॉल्यूम में अचानक उछाल के लिए इतना जल्दी तैयार नहीं किया जा सकता है, जो प्लेटफॉर्म के लाइव होने के बाद उम्मीद की जा रही है। ताजा अनुमानों के अनुसार वर्तमान में 10 करोड़ से थोड़ा अधिक यूपीआई ग्राहक हैं।
कुछ महीनों में पेमेंट प्रोडक्ट को सिस्टैमैटिक रूप से जारी करेंगे
बैंकर्स के मुताबिक वे अगले कुछ महीनों में पेमेंट प्रोडक्ट को सिस्टेमैटिक रूप से जारी करेंगे। इसे 1 करोड़ तक बढ़ाने की एक शुरुआती योजना थी लेकिन वह सुप्रीम कोर्ट में एक लंबित जनहित याचिका के कारण रुका हुआ है। सेंटर फॉर अकाउंटेबिलिटी एंड सिस्टमिक चेंज ने भारत में वॉट्सऐप के पेमेंट्स ऑफरिंग की बीटा टेस्टिंग को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर की है। वॉट्सऐप प्लेटफॉर्म से देश में डिजिटल पेमेंट्स इकोसिस्टम को बड़ा बूस्ट भी मिलने की उम्मीद है।
source:-money bhaskar